मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार और कार्य में लापरवाही के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के मद्देनज़र दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। करीब 65 लाख रुपये के पेंशन घोटाले के दोषी महाराजगंज के समाज कल्याण अधिकारी शंकर लाल की सेवा समाप्त कर दी गई है। यह घोटाला औरैया में उनकी तैनाती के दौरान हुआ था। शंकर लाल से वसूली के भी आदेश जारी हुए हैं।
इसके अलावा शासन द्वारा मीरजापुर और बांदा के चकबंदी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित चकंबदी अधिकारियों के नाम राणा प्रताप व राजेन्द्र राम हैं। निलंबित चंकबंदी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
दूसरी ओर मैनपुरी में चकबंदी अधिकारी मोहम्मद साजिद, चकबंदी कर्ता काली चरण और रविकांत, चकबंदी लेखपाल अमित कुमार और अजय कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। इसके अलावा मैनपुरी के ही उप संचालक चकबंदी-एडीएम एफआर रामजी मिश्र को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। इन सभी के खिलाफ कार्य में लापरवाही का आरोप है।