प्रयागराज। 2024 सत्र से देशभर के अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश से डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) का प्रशिक्षण ले सकेंगे। प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवश्यक इस प्रशिक्षण में दाखिले के लिए वर्तमान में अभ्यर्थियों के पास यूपी का निवास प्रमाणपत्र होना जरूरी है।

सूत्रों के अनुसार शासन स्तर से दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों के डीएलएड में प्रवेश को लेकर पूछताछ हुई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने भी बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों को दाखिला देने में कोई अड़चन नहीं बताई है। इसका एक कारण यह भी है यूपी के परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए यहां का निवासी होने की अनिवार्यता नहीं रह गई है। 69000 शिक्षक भर्ती के मामले में हाईकोर्ट ने यूपी का निवासी होने की बाध्यता खत्म कर दी थी। इसका फायदा बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के अभ्यर्थियों को होगा।
पिछले साल खाली रह गई थीं 70,100 सीटें
प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती में बीएड को अमान्य करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पिछले साल डीएलएड की 70,100 सीटें खाली रह गई थीं। प्रदेश के 67 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की 10600 व 2974 निजी कॉलेजों की 2,22,750 कुल 2,33,350 सीटों पर 3,36,187 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जिनमें से 1,63,250 अभ्यर्थियों ने ही प्रवेश लिया।
- प्रायोगिक परीक्षा के लिए अंतिम मौका: यूपी बोर्ड
- Primary ka master: 40 डिग्री तापमान के बीच पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर बच्चे
- साढ़े पांच लाख की कटौती का लाभ लेने पर पुरानी कर व्यवस्था बेहतर
- आठवें वेतन आयोग से पेंशन रिवीजन का प्रस्ताव हटाने का विरोध
- 72825 शिक्षक भर्ती: बेसिर-पैर का मुकदमा, हाईकोर्ट ने लगाया 6.40 लाख जुर्माना, टीईटी (प्राथमिक स्तर) परीक्षा-2011 से संबंधित सभी लंबित याचिकाएं खारिज