उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर-प्राचार्य, एडेड जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों में शिक्षकों-प्रधानाचार्यों से लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी – UPTET ) के आयोजनों को लेकर जल्द निर्णय होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने सभी बिंदुओं पर समितियां गठित कर रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद शासन से अनुमोदन लेते हुए आगे की कार्रवाई होगी।
इस बीच आयोग की अध्यक्ष, सचिव मनोज कुमार व दूसरे अधिकारी अन्य तैयारियों में भी लगे हैं ताकि समितियों की रिपोर्ट मिलने के बाद जल्द काम शुरू हो सके। 20 लाख से अधिक प्रतियोगी छात्रों की उम्मीदों के केंद्र आयोग की गतिविधियां इसी महीने शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। वैसे सर्वाधिक नौकरी देने वाला बेसिक शिक्षा विभाग सबसे पीछे चल रहा है। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक भर्ती का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। ऐसे में नए आयोग के अधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों से प्राथमिकता के आधार पर संपर्क करने जा रहे हैं।
नई शिक्षक भर्ती के लिए बेमियादी धरने पर बैठे
नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) पास अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को दूसरे दिन पत्थर गिरजाघर पर धरना दिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि छह वर्षों से भर्ती नहीं आई है। लाखों बेरोजगार नई भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। जब तक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं होता धरने से नहीं उठेंगे। धरने का नेतृत्व कर रहे डीएलएड अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि अगर एक सप्ताह में भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं होती तो जल्द महाधरना बुलाया जाएगा। धरना देने वालों में शनि सिंह, सुभाष यादव, मुकेश कुमार, दुर्गेश यादव, अमित, तेज प्रताप, रोहित आदि शामिल रहे।
25 हजार पदों पर भर्ती की उठाई मांग
टीजीटी-पीजीटी के रिक्त पड़े 25 हजार पदों को पुराने विज्ञापन में जोड़ने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। सदस्य शीतला प्रसाद ओझा ने अनुरोध किया है कि प्रदेश में सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने एवं अध्यनरत छात्रों को शिक्षा मुहैया कराने के लिए जल्द से जल्द चयन प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए।