ज्ञानपुर। स्कूली बच्चों से घर का काम कराने के मामले में सुरियावां ब्लॉक के एक परिषदीय विद्यालय के शिक्षक फंस गए हैं। रविवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
- NAT EXAM : कैसे होगा NAT टेस्ट से ग्रेड का निर्धारण, जानिए
- 11वीं व 12वीं कक्षा में छात्रों को मिले तीन कौशल पाठ्यक्रम का विकल्प
- नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में सीनियरों ने जूनियर को पीटा
- JOB : कस्तूरबा विद्यालयों में नौकरी के लिए विज्ञप्ति जारी
- वेतन निर्धारण में गलती करने वालों को जवाबदेह बनाना चाहिए : हाईकोर्ट
- टीजीटी-2013 के रिक्त पदों का खुलासा करे सरकार : हाईकोर्ट
- PRIMARY KA MASTER: फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने वाला नहीं दे सकता नैसर्गिक न्याय की दुहाई
- मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 27 दिसंबर से
- ईपीएस-95 पेंशनर 10-11 दिसंबर को दिल्ली में आंदोलन करेंगे
- यूपी बोर्ड :साढ़े तीन करोड़ कॉपियों पर होगी परीक्षा
पूर्व माध्यमिक विद्यालय अभियां के सहायक अध्यापक सत्य प्रकाश विद्यालय के कुछ बच्चों को अपने किराये के कमरे पर काम कराने के लिए लेकर गए। वीडियो में वह बच्चों से घर में रखे सामान को एक वाहन में रखवा रहे हैं। रविवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसे देखने के बाद अभिभावक नाराज हो गए।
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी सुरियावां को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। कहा कि तीन दिन में मामले की रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों से निजी काम कराना गलत है। जांच आख्या के बाद कार्रवाई होगी। वहीं दूसरी ओर सहायक अध्यापक ने कहा कि अभिभावकों से पूछकर बच्चों को घर लेकर गए थे। संवाद