बदायूं । नगर क्षेत्र के मोहल्ला नारायण गंज, मिल कंपाउंड, पंजाबी कालोनी, साहूकारा, बिल्सी रोड,पंखा रोड, बाजारकंला, आदि स्थानों पर खुलेआम ट्यूशन के अड्डे खुले हुए हैं । सरकारी स्कूल, कालेज के शिक्षक जोर जबरदस्ती करते हुए बच्चों को प्रताड़ित कर ट्यूशन के लिए मजबूर करते है। सबसे बुरा हाल सरकारी अध्यापकों का है जो सरकार से पगार लेते हैं 80 से ₹90000 तक उसके बाद भी छात्र को फेल करने के नाम पर ट्यूशन पढ़ने को मजबूर करते हैं।
- NPS Grant Grid report : नवीन पेंशन योजना के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा परिषदीय प्राथमिक विद्यालय / सहायता प्राप्त जू०हा० स्कूलों के शिक्षकों/ शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए टियर-1 खाते में सरकारी अंशदान हेतु लेखा शीर्षक 2071-01-117-03-33 में भुगतान हेतु धनराशि का आवंटन।
- अवकाश स्वीकृत न किए जाने के सम्बन्ध में आदेश जारी
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में एकेडमिक ब्लाक एवं बालिका छात्रावास एडीशनल डारमेट्री एवं कम्प्यूटर लैब के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराते हुये कार्य प्रारम्भ कराये जाने के सम्बन्ध में।
- चंदौली : एस०एम०सी० खातों में वित्तीय वर्ष 2024-25 में भेजी गयी धनराशि के उपभोग के सम्बन्ध में।
- Primary ka master: शिक्षकों की कमी से परिषदीय विद्यालयों का फूल रहा दम
ट्यूशन प्रथा कई वर्षों से लगातार चली आ रही है। जबकि नियम अनुसार कोई भी सरकारी अध्यापक ट्यूशन नहीं पढ़ा सकता, लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री की नजरें इनायत हो जाऐ तो अभिभावकों को इन ट्यूशन खोर शिक्षकों से छुटकारा मिल जाए। बताते हैं कि शिक्षक बच्चों को क्लास के अंदर डरा धमका कर एवं फेल करने की धमकी देते हुए उन्हें ट्यूशन पढाकर आर्थिक उत्पीड़न कर रहे हैं । बच्चे मजबूर होकर ट्यूशन के लिए विवश हो जाते हैं।