मथुरा। जिले के 400 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 50 से कम है। ऐसे विद्यालयों को पास के विद्यालय में विलय करने की बेसिक शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है।
- NAS & NAT के सम्बंध में यूट्यूब सेशन,दिनाँक-06 नवम्बर 2024 समय : 11: 00 AM
- 5 रूपये प्रति छात्र प्रति दिवस की दर से पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराये जाने के निमित्त फ्लैक्सी फण्ड से प्रदेश के समस्त जनपदों के छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत ‘अतिरिक्त खाद्य सामग्री’ वितरण के सम्बन्ध में आदेश जारी
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- दीक्षा पोर्टल पर शार्ट कोर्स करेंगे शिक्षक
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इसकी रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को भेज दी है। अब शासन से आदेश आने का इंतजार है उसके बाद इन स्कूलों को मर्ज कर दिया जाएगा। जिले में 1536 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 400 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 50 से कम है। सभी ब्लॉक के एक-एक विद्यालय का बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है।
इस सर्वे के माध्यम से इन विद्यालयों को चिह्नित किया, और महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को रिपोर्ट भेज दी है। प्राथमिक और पूर्व विद्यालय को कंपोजिट विद्यालय में विलय किया जाएगा। अगर करीब में कंपोजिट विद्यालय नहीं होगा तो प्राथमिक विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय में और पूर्व माध्यमिक विद्यालय को पूर्व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मर्ज किया जाएगा। इसे
लेकर पूरा खाका तैयार है और संबंधित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों को भी सूचित किया जा रहा है।
इधर, बेसिक शिक्षा विभाग के सोशल मीडिया एकाउंट पर सोमवार को स्कूलों के विलय होने की डाली गई सूचना को विभाग ने भ्रामक एवं निराधार बताया है।
50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को विलय किए जाने की प्रक्रिया शासन स्तर पर होनी है। रिपोर्ट भेज दी गई है जैसा आदेश आएगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।
– सुनील दत्त, बेसिक शिक्षा अधिकारी