सरूरपुर (मेरठ)। गांव सरूरपुर निवासी 14 अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश पुलिस में चयनित हुए हैं। पूरे उत्तर उत्तर प्रदेश में किसी एक गांव से इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में एक साथ चयन हुआ है। 14 अभ्यर्थियों का एक साथ चयन होने पर परिजनों और ग्रामीणों में खुशी की लहर है। जनप्रतिनिधि व अधिकारी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देने के
लिए गांव पहुंच रहे हैं। 13 मार्च को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित किया गया। जिसमें गांव सरूरपुर के 11 युवक और तीन युवतियों का सिपाही के पद पर चयन हुआ है। इसे लेकर

- फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे शिक्षकों की अब खैर नहीं, सरकार चलाएगी अभियान
- यू-डायस प्लस पोर्टल पर सत्र 2024-25 में नामांकित बच्चे जो ड्राप बाक्स में कक्षा 05 में प्रदर्शित हैं, को अध्यापकों द्वारा बिना जानकारी प्राप्त किये ही इनएक्टिव कर दिये जाने के सम्बन्ध में।
- बिहार STET अंकपत्र पुनः वितरण संबंधी आदेश जारी
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में उच्च प्राथमिक विद्यालयों, कम्पोजिट विद्यालयों तथा के०जी०बी०वी० में मीना मंच के पुनर्गठन तथा साप्ताहिक गतिविधियों एवं प्रमुख दिवसों के आयोजन हेतु कैलेण्डर जारी किये जाने के सम्बन्ध में।
- BPSC Teacher मकान किराया भत्ता अपडेट करने के संबंध में
पुलिस भर्ती में सफल होने पर सरूरपुर में युवाओं को सम्मान किया गया। संवाद
गांव में खुशी की लहर है। ग्रामीणों का कहना है कि सरूरपुर गांव की आबादी आठ हजार से अधिक है। ऐसे में उप्र पुलिस भर्ती की प्रक्रिया के परिणाम में अकेले एक ही गांव से 14 युवक-युवितियों द्वारा जगह बनाकर अभ्यार्थियों ने परिजनों के साथ-साथ गांव और जनपद का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में
चयनित अभ्यार्थियों का रविवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि थाना प्रभारी अजय शुक्ला ने बच्चों को पुलिस की कार्यशैली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही एक गांव से 14 युवक-युवतियों द्वारा मेहनत के दम पर चयन होने पर उनका पुलिस परिवार में स्वागत किया।
मुरादाबाद में एक परिवार के छह युवकों का चयन
बिलारी (मुरादाबाद)। कठिन परिश्रम और लक्ष्य तय करने वालों को मनचाहा परिणाम जरूर मिलता है। प्रतिभा कभी संसाधनों की मोहताज नहीं होती है। यह कहावत स्योंडारा गांव के एक परिवार के छह युवाओं का यूपी पुलिस में चयन होने पर चरितार्थ हुई है।
बिलारी के स्योंडारा निवासी ध्यान सिंह और श्याम सिंह दोनों सगे भाई हैं। ध्यान सिंह की दो बेटियां ज्योति यादव और आरती यादव तथा छोटा बेटा सोनू और भाई श्याम सिंह का बेटा अभय यादव यह चारों भाई बहन विभागीय परीक्षा पास् कर सिपाही बन गए हैं। इन्हीं के मोहल्ले के नरेंद्र यादव का बेटा दीपक यादव और भूरे सिंह यादव का बेटा लोकेश यादव का चयन भी इसी परीक्षा परिणाम के दौरान पुलिस में हो गया है। संवाद