गोरखपुर: अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत जिले में कार्यभार ग्रहण करने से छूटे शिक्षकों को बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर विद्यालय आवंटित कर दिया गया है। आनलाइन प्रक्रिया के तहत दूसरे जनपद से स्थानांतरित होकर आए 13 शिक्षक पदावनत होकर प्रधानाध्यापक से सहायक अध्यापक बने हैं। जबकि एक शिक्षक को नियमित स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत विद्यालय आवंटित किया गया है।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के निर्देश के तहत ग्रामीण क्षेत्र से स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल तथा नगर क्षेत्र से स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों को नगर क्षेत्र के स्कूलों में तैनाती दी गई। स्कूल आवंटन के बाद गुरुवार से शिक्षकों ने अपने-अपने तैनाती वाले स्कूलों में योगदान देना शुरू कर दिया।
जिलों में तैनात शिक्षक:अंतरजनपदीय स्थानांतरित शिक्षकों में सर्वाधिक छह शिक्षक देवरिया के हैं। वहीं कुशीनगर व महराजगंज के तीन-तीन तथा बस्ती व सीतापुर के एक-एक शिक्षक शामिल हैं।
पदावनत के नुकसान: पदावनत होने वाले शिक्षक जिस जिले से स्थानांतरित होकर आए हैं वहां भले ही 10 साल या उससे अधिक नौकरी कर चुके हैं, लेकिन यहां आने के बाद वह सबसे जूनियर हो जाएंगे। उनका वेतन कम नहीं होगा, लेकिन उनकी ज्वाइनिंग जिस तिथि को अंतरजनपदीय स्थानांतरण के बाद मनपसंद जिले के स्कूल में होगी उसी दिन से मानी जाएगी।
जिन शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किया गया है यह सभी शिक्षक पदावनत लेकर गैर जनपद से गोरखपुर आए हैं। सभी शिक्षकों ने तैनाती वाले स्कूलों में योगदान देना शुरू कर दिया है।
आरके सिंह, बीएसए