प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती-2021 परीक्षा का परिणाम आने के बाद की प्रक्रिया पहेली बन गई है। परिणाम आए दो महीने बीत गए, लेकिन चयन प्रक्रिया बातों-दावों के आगे नहीं बढ़ सकी। पिछले दिनों अभ्यर्थी भर्ती विज्ञप्ति की जानकारी करने शिक्षा निदेशालय पहुंचे तो पता चला कि सफल अभ्यर्थियों का परिणाम वहां नहीं पहुंचा है। उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) ने जो डिस्पैच नंबर दिया, उसमें परिणाम की सूची नहीं होने के दावा अभ्यर्थियों ने किया है। ऐसे में अभ्यर्थी समझ नहीं पा रहे कि आखिर परिणाम कहां अटका है। पीएनपी ने यह भर्ती परीक्षा 17 अक्टूबर को कराई थी।
परिणाम 15 नवंबर को आया। प्रधानाध्यापक के 390 और सहायक अध्यापक के 1504 पदों के लिए 46 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए। ये अभ्यर्थी रिक्त पदों के सापेक्ष भर्ती विज्ञप्ति के माध्यम से मेरिट तैयार कर चयन किए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ज्ञानवेंद्र सिंह ‘बंटी’ का कहना है कि परीक्षा परिणाम को लेकर तस्वीर साफ नहीं की जा रही है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने दावा किया था कि 30 दिसंबर से चयन प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन कुछ हुआ नहीं।
अभ्यर्थी परेशान हैं। कभी शिक्षा निदेशालय तो कभी पीएनपी के चक्कर काट रहे हैं। पिछले दिनों पीएनपी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। यह परीक्षा कराने के बाद परिणाम पीएनपी के पूर्व सचिव संजय उपाध्याय के समय में घोषित किया गया था। इस परिणाम के 13 दिन बाद यानी 28 नवंबर-2021 को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित होनी थी, ऐसे में फोकस इस परीक्षा पर हो गया और जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती का मामला पीछे चला गया। दुर्भाग्य यह रहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने पर तत्कालीन सचिव को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसे में जूनियर शिक्षक भर्ती के परिणाम को लेकर नए सचिव ने अभ्यर्थियों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया।