प्रयागराज : प्रधानाचार्य, जिला विद्यालय निरीक्षक तथा मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों द्वारा गोपनीय आख्या सही प्रारूप में न भेजने से शिक्षकों की प्रोन्नति अटकी है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग विभागीय प्रोन्नति (डीपीसी) की तिथि तय करता है, लेकिन आख्या समय पर व सही प्रारूप में न होने से शिक्षक-शिक्षिकाओं की डीपीसी नहीं हो पाती। कई अन्य मुद्दे राजकीय शिक्षक संघ की बैठक में उठे हैं।
राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय अध्यक्ष छाया शुक्ला और महामंत्री रामेश्वर प्रसाद पाण्डेय के संयोजन में हुई बैठक में महामंत्री वर्चुअल शामिल हुए। बैठक में तय किया कि समस्याओं के निराकरण को माध्यमिक शिक्षा मंत्री से मिलकर वार्ता की जाएगी। प्रांतीय महामंत्री ने कहा कि डीपीसी के लिए अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) ने शिक्षकों की गोपनीय आख्या भेजने के लिए प्रारूप जारी किया था, लेकिन कई जिलों से मनमाने प्रारूप में आख्या भेज दी गई, जिसे सही प्रारूप में देने के लिए वापस भेज दिया गया। प्रधानाध्यापक से प्रधानाचार्य, एलटी व प्रवक्ता से प्रधानाध्यापक, एलटी से प्रवक्ता पद पर पदोन्नति अटकी है। प्रोन्नति में 10 वर्ष की जगह पांच की गोपनीय आख्या करने पर प्रमुख सचिव के निर्णय का स्वागत किया गया।