जनपद भर में परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय 1503 संचालित हो रहे हैं, जहां पर कक्षा एक से आठ तक की शिक्षा दी जा रही है। इन विद्यालयों में दो लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। विद्यालय भवन की मरम्मत और रंगरोगन कार्य समय-समय पर कराया जाता है।
बेसिक शिक्षा परिषद की 273 स्कूल बिल्डिंगें जर्जर हालत में हैं, जो गिराए जाने योग्य है। स्कूल कैंपस में जर्जर भवन होने की वजह से नौनिहालों के जीवन को खतरा है। इन जर्जर भवनों को गिराने की दिशा में तेजी से काम नहीं किया जा रहा है। किसी बिल्डिंग की छत, तो कोई बिल्डिंग का ढांचा खड़ा है। सीडीओ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि 273 बिल्डिंगें जर्जर हैं। इन बिल्डिंगों का वैल्यूडेशन किया जा चुका है। टेंडर निकाला जा चुका है, लेकिन कोई नहीं आया। एक बार फिर से प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अगर कोई नहीं आता है, तो दूसरी प्रक्रिया से जर्जर भवनों को निस्तारण किया जाएगा।