आगरा । उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व बाली सरकार को बने हुए। सोमवार को सौ दिन पूरे हो गए। इस अवसर पर सरकार अपना सौ दिन का लेखा जोखा जनता के सामने पेश कर रही है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने कहा है कि योगी जी के नेतृत्व में सरकार ने पाँच साल पहले शासन किया है और अब पुनः सरकार को बने हुए अब सौ दिन पूरे हो गए लेकिन शिक्षामित्रों के हाथ अभी भी खाली हैं।
सरकार ने यूपी की सत्ता में आने से पूर्व 2017 में अपने संकल्प पत्र में प्रदेश के पोंने दो लाख शिक्षामित्रों से वादा किया था कि सरकार बनने के तीन माह के अंदर शिक्षामित्रों की समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाएगा। लेकिन अब पाँच वर्ष सौ दिन पूरे हो गए लेकिन योगी सरकार ने शिक्षामित्रों से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया है। जबकि 2018 में माननीय मुख्यमंत्री ने शिक्षामित्रों की समस्याओं को लेकर तत्कालीन उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में पाँच सदस्यीय एक कमैटी का भी गठन किया था । जिसे हाईपावर कमेटी का नाम दिया गया था, न तो उस कमैटी का कुछ पता चला और न उसकी रिपोर्ट का कुछ पता है। इस बीच में अपने भविष्य की चिंता में मानसिक अवसाद, आर्थिक तंगी, हृदयघात तथा आत्महत्या कर हजारों शिक्षामित्र असामयिक ही अपने प्राण त्याग चुके हैं। पता नहीं फिर भी न जाने क्यों सरकार शिक्षामित्रों से पूरी तरह से निष्ठुर बनी हुई है। महंगाई के इस दौर में महज दस हजार रुपया अल्प मानदेय पर कार्य करने को विवश शिक्षामित्र अपने भविष्य को लेकर सशंकित हैं अब भी सरकार की तरफ आशा और उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। अब इस अवसर पर सरकार से हमारी माँग है कि अपना वादा पूरा करते हुए प्रदेश के सभी पोंने दो लाख शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित एवं संरक्षित करते हुए स्थायी समाधान करें ।