वाराणसी। बच्चे कक्षा छह की हिंदी की पुस्तक मल्हार में अक्कड़-बक्कड़ से लेकर बनारसी पान और बाटी-चोखा को भी पढ़ेंगे। तीज-त्योहार के साथ यहां के कठघोड़वा, धोबिया नृत्य और रासलीला-रामलीला के बारे में भी जानेंगे। पुस्तक में साहित्यकारों के साथ क्रांतिकारियों के नामों का भी उल्लेख मिलेगा।
एनसीईआरटी की कक्षा 6 से 8 तक की हिंदी व संस्कृत
की पुस्तकों को उत्तर प्रदेश में भी लागू करने की तैयारी है।
राज्य हिंदी संस्थान को उत्तर प्रदेश शैक्षिक परिदृश्य
आवश्यकताओं और परिवेश अनुरूप इसमें बदलाव करने की
जिम्मेदारी मिली है। इसलिए इसमें संस्कृति, कला व त्योहार
- उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में।
- सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा (AISSEE) 2025 के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी 📡
- परिषदीय शिक्षक समेत अनुपस्थित 21 अनुदेशक,शिक्षामित्रों को नो वर्क नो पे
- Primary ka master: परिषदीय विद्यालयों की अवकाश तालिका जारी, चार अवकाश का नुकसान
- शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करने तथा आगामी प्राथमिकताओं के संबंध में अभिमुखीकरण हेतु 27 दिसम्बर को आयोजित होगा यूट्यूब सेशन
आदि को जोड़ा जा रहा है। संस्थान की निदेशक चंदना रामइकबाल यादव ने बताया कि इसपर कार्यशालाओं व संगोष्ठियों में मंथन चल रहा है। विभिन्न जिलों के डायट प्रवक्ता व माध्यमिक विद्यालयों के हिंदी के शिक्षकों के बीच चर्चा के बाद बदलाव किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अगले माह तक इसे उत्तर प्रदेश राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ को भेजा जाएगा।