प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएसी परीक्षा-2024 में पिछला रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी की थी। यह तो नहीं हो सका, लेकिन परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का भरोसा टूट गया है। परीक्षा कब और किस प्रारूप में होगी, आयोग ने यह अब तक स्पष्ट नहीं किया है। इससे अभ्यर्थियों की परीक्षा संबंधी तैयारी प्रभावित हो रही है।
- फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे शिक्षकों की अब खैर नहीं, सरकार चलाएगी अभियान
- यू-डायस प्लस पोर्टल पर सत्र 2024-25 में नामांकित बच्चे जो ड्राप बाक्स में कक्षा 05 में प्रदर्शित हैं, को अध्यापकों द्वारा बिना जानकारी प्राप्त किये ही इनएक्टिव कर दिये जाने के सम्बन्ध में।
- बिहार STET अंकपत्र पुनः वितरण संबंधी आदेश जारी
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में उच्च प्राथमिक विद्यालयों, कम्पोजिट विद्यालयों तथा के०जी०बी०वी० में मीना मंच के पुनर्गठन तथा साप्ताहिक गतिविधियों एवं प्रमुख दिवसों के आयोजन हेतु कैलेण्डर जारी किये जाने के सम्बन्ध में।
- BPSC Teacher मकान किराया भत्ता अपडेट करने के संबंध में
आयोग ने पीसीएस-2023 का अंतिम चयन परिणाम आठ माह नौ दिन में जारी कर दिया था, जो एक रिकॉर्ड है। आयोग ने इससे भी कम समय में पीसीएस परीक्षा-2024 का परिणाम जारी करने की तैयारी की थी। आयोग की योजना थी कि पीसीएस-2024 का अंतिम चयन

परिणाम आठ माह के भीतर जारी कर दिया जाए। ऐसा होता तो पिछला रिकॉर्ड टूटता, साथ ही एक नया रिकॉर्ड यह भी बनता कि विज्ञापन वर्ष-2024 में ही आयोग पहली पीसीएस का चयन परिणाम जारी करता।
आयोग के कैलेंडर में पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा 17 मार्च 2024 को प्रस्तावित थी। लेकिन, इससे पहले 11 फरवरी 2024 को आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक हो गया। इस घटना ने आयोग की सभी तैयारियों पर पानी फेर दिया।
परीक्षा पर ऐसा ग्रहण लगा कि इसके टलने के सात माह बाद भी प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन की