मेरठ: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड भंग होने से प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के टीजीटी शिक्षकों की पदोन्नति पर विराम लग गया है। मंडल स्तर से सभी जनपदों को पदोन्नति की फाइलें वापस होनी शुरू हो गई है। मेरठ मंडल में सौ से अधिक और जनपद में 20 से अधिक फाइल हैं, जिनमें पदोन्नति का कार्य होना था।
ऐसे में तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं तनावग्रस्त हैं। डीआईओएस राजेश कुमार का कहना है कि जेडी कार्यालय से सभी जनपदों को फिलहाल फाइल वापस कर दी गई है। टीजीटी शिक्षकों की पदोन्नति में अभी विराम लग गया है। वहीं, माध्यमिक शिक्षक संघ के महानगर उपाध्यक्ष राजेश त्यागी ने बताया उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग धारा 12 नए आयोग की नियमावली में जोड़ी जानी चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश में कई हजार शिक्षकों की लंबित चल रही पदोन्नति पर काम हो और उन्हें लाभ मिल सके।
रिक्त पदों का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में
31 मार्च 2024 को रिक्त हुए प्रवक्ता के पदों पर सहायक अध्यापक की पदोन्नति का प्रस्ताव प्रबंध समितियों द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक मेरठ को भेजा गया था। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में निरीक्षण परीक्षण के बाद पदोन्नति की सभी फाइल को जेडी कार्यालय भेजा गया था, लेकिन नए चयन बोर्ड द्वारा धारा 12 को नहीं जोड़े जाने के कारण संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय मेरठ ने सभी पदोन्नति की फाइल संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक को वापस कर दी हैं।