हर माता-पिता के लिए उनके बच्चे की परवरिश सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। वे हमेशा अपने बच्चों के लिए बेहतरीन चीजें ही चाहते हैं, उनकी खुशियों के लिए कोई भी सीमा नहीं होती। उनकी छोटी-छोटी ख्वाहिशें पूरी कर, उनके चेहरे पर मुस्कान लाने की हर संभव कोशिश करते हैं। ऐसे में उनकी परवरिश के लिए हर कदम काफी सोच-समझकर ही उठाना पड़ता है।

- सहयोगार्थ प्रेषित👉 यदि आप का स्थानांतरण किसी भी प्रक्रिया से एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में हुआ है तो भौतिक कार्यमुक्ति/कार्यभार प्रक्रिया के अतिरिक्त भी आपको ऑनलाइन होने वाली निम्न प्रक्रियाओं का ध्यान रखना हैं…
- FAQ: स्थानांतरण के बाद कैसे पता लगे कि *मेरी मानव सम्पदा आईडी (ehrms) अभी मेरे नए स्कूल में ट्रांसफर हुई है या नहीं??
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- 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन के अन्तर्गत आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर विद्यालयों के रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में
- अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को मर्जर किये जाने सम्बन्धी 16 जून 2025 के आदेश पर रोक लगाने के सम्बंध में
अगर आप अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पा रहे हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं। कम समय में भी आप कुछ खास और मजेदार तरीकों से उनके साथ मजबूत बॉन्ड बना सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे।
1. सुबह की दिनचर्या को खास बनाएं
सुबह का वक्त सिर्फ हड़बड़ी और स्कूल के लिए तैयार होने तक सीमित न रखें। बच्चों के साथ नाश्ता करें, उन्हें तैयार होने में मदद करें और प्यार भरी बातें करें। उनके दिन को एनर्जेटिक और खुशनुमा बनाने के लिए उन्हें मोटिवेट करें।
2. सोने से पहले कहानियों की दुनिया में जाएं
अगर दिनभर काम में व्यस्त रहते हैं, तो रात में सोने से पहले 10-15 मिनट का समय निकालें और बच्चों को कहानी सुनाएं। चाहें तो यह कोई मजेदार किस्सा हो, परियों की कहानी या उनकी ही कोई शरारती हरकतों को रोचक अंदाज में दोहराएं। यह एक शानदार तरीका है उनके साथ इमोशनल कनेक्शन बनाने का।
3. वीकेंड को ‘फैमिली फन डे’ बनाएं
हफ्तेभर की व्यस्तता के बावजूद वीकेंड पर बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं। उनके पसंदीदा खेल खेलें, पार्क में घूमें, साथ में कोई आर्ट और क्राफ्ट एक्टिविटी करें या फिर कोई नई मजेदार चीज ट्राई करें। इससे आपका रिश्ता और गहरा होगा।
4. ‘नो स्क्रीन टाइम’ – सिर्फ आप और आपका बच्चा
जब भी बच्चों के साथ हों, मोबाइल, लैपटॉप या किसी भी डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाएं। पूरी तरह उनके साथ मौजूद रहें, उनसे बातें करें और उनके साथ हंसी-मजाक करें। इससे उन्हें लगेगा कि वे आपकी प्राथमिकता हैं।