| शिक्षा
बाराबंकी। परिषदीय स्कूलों में 50 से कम पंजीकरण वाले 102 स्कूलों को बंद कर दिये गए हैं। बीएसए ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इन स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों व शिक्षकों को निकट के अन्य स्कूलों में मर्ज किया गया है।

शासन ने दिया था युग्मन का आदेशः शासनके प्रयासोंके बाद भी कई स्कूलों में छात्रों का पंजीकरण नहीं बढ़ पा रहा था। इसके लिए शासन ने इन स्कूलों को बंद करके यहां पढ़ने वाले छात्रों व पढ़ा रहे शिक्षकों को निकट के साधन संपन्न स्कूलों में मर्ज करने की योजनाबनाई। इसके लिए विद्यालयों के युग्मन की
इन स्कूलों को निकट के अन्य स्कूलों में किया गया मर्ज
बीईओ के युग्मन के प्रस्तावके बाद जारी किया गया आदेश
रणनीतिबनाई। शासनने 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को चिंहित करने और उनके निकट के साधन सम्पन्न स्कूलों की सूची बनाने के आदेश दिये थे।
यह कार्य खंड शिक्षा अधिकारियों से कराया जाना था। निरीक्षणके बाद तैयार सूची बीईओ ने बीएसए को सौंपी थी। इसमें 102 स्कूलों को युग्मित किये जाने का प्रस्ताव दिया था।
बनीकोडर ब्लॉक के सबसे अधिक स्कूल
बीईओ ने दिये गए प्रस्ताव में विकास खंड बनीकोडर में 20, बंकी में 14, दरियाबाद में छह, देवा, फतेहपुर व हैदरगढ़ में नौ-नौ, हरख एक, मसौली पांच, निन्दूरा में तीन, रामनगर में चार, सिद्धौर में 14, सूरतगंज में दो व त्रिवेदीगंज में छह स्कूलों को युग्मित करने का प्रस्ताव दिया है। बीएसए ने इन कॉलेजों को निकट के स्कूलों में मर्ज करने के आदेश दिये थे। जिससे इन विकास खंडों के स्कूलों को अब बंद कर दिया गया है। इस संबंध में बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि बीईओ के प्रस्ताव के बाद 102 विद्यालयों को अन्य विद्यालयों में मर्ज कर दिया गया है।