प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएसी परीक्षा-2024 में पिछला रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी की थी। यह तो नहीं हो सका, लेकिन परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का भरोसा टूट गया है। परीक्षा कब और किस प्रारूप में होगी, आयोग ने यह अब तक स्पष्ट नहीं किया है। इससे अभ्यर्थियों की परीक्षा संबंधी तैयारी प्रभावित हो रही है।
- 8th Pay Commission: दो साल नहीं, महज 200 दिन में ही वेतन आयोग का फायदा देगी मोदी सरकार, बनेगा ये रिकार्ड
- उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती परीक्षा -2022 के आधार पर योग्य अभ्यर्थियों की सूची जारी करने के संबंध में
- Primary ka master: परिषदीय शिक्षकों के तबादले के लिए 587 ने किया आवेदन, 20 अप्रैल अंतिम तिथि
- समय से पहले छुट्टी पर रोका वेतन
- Primary ka master: साहब के लिए एसी, बच्चों को पंखा भी नहीं
आयोग ने पीसीएस-2023 का अंतिम चयन परिणाम आठ माह नौ दिन में जारी कर दिया था, जो एक रिकॉर्ड है। आयोग ने इससे भी कम समय में पीसीएस परीक्षा-2024 का परिणाम जारी करने की तैयारी की थी। आयोग की योजना थी कि पीसीएस-2024 का अंतिम चयन

परिणाम आठ माह के भीतर जारी कर दिया जाए। ऐसा होता तो पिछला रिकॉर्ड टूटता, साथ ही एक नया रिकॉर्ड यह भी बनता कि विज्ञापन वर्ष-2024 में ही आयोग पहली पीसीएस का चयन परिणाम जारी करता।
आयोग के कैलेंडर में पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा 17 मार्च 2024 को प्रस्तावित थी। लेकिन, इससे पहले 11 फरवरी 2024 को आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक हो गया। इस घटना ने आयोग की सभी तैयारियों पर पानी फेर दिया।
परीक्षा पर ऐसा ग्रहण लगा कि इसके टलने के सात माह बाद भी प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन की