वाशिंगटन, । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को शिक्षा विभाग को खत्म करने के एक आदेश पर हस्ताक्षर किए। चुनाव के समय में ही ट्रंप ने इसे बंद करने का वादा किया था, जिसे अब पूरा कर दिया है।
ट्रंप ने शिक्षा विभाग को बेकार और उदार विचारधारा से प्रदूषित बताया है। हालांकि, 1979 में बनाए गए शिक्षा विभाग को कांग्रेस की मंजूरी के बिना बंद नहीं किया जा सकता। रिपब्लिकन ने कहा कि वे इसे हासिल करने के लिए एक विधेयक पेश करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका किसी भी देश की तुलना में शिक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च करता है, लेकिन सफलता की बात आती है तो देश सूची में सबसे निचले स्थान पर है। शिक्षा विभाग सुधार में फेल रहा है। अमेरिका में शिक्षा विभाग की स्थापना 1979 में तत्कालीन राष्ट्रपति जिमी कार्टर द्वारा की गई थी

- Teacher diary: दिनांक 22 मार्च , 2025 कक्षा- 01, 02, 03, 04, 05 की भरी हुई शिक्षक डायरी , देखें
- संशोधित : जनपद के कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शैक्षिक तथा शिक्षणेत्तर कार्मिकों के रिक्त पदों का विवरण व दिशा निर्देश जारी
- स्टाफ मांग रहा था कमीशन, परेशान प्रधानाध्यापक ने की खुदकुशी की कोशिश
- अग्निवीर के आवेदन 10 अप्रैल तक
- आरटीई : प्रवेश दिए बगैर ही कागज पर दिखाए दाखिले, भटक रहे अभिभावक, बीएसए बताएंगे प्रवेश न मिलने के कारण
संघीय अदालत न्यायाधीशों की शक्ति को सीमित करें
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश की संघीय अदालत से उन न्यायाधीशों की शक्ति को सीमित करने का आग्रह किया है, जो उनके प्रशासन की नीतियों को अवरुद्ध करने वाले निषेधाज्ञा जारी करते हैं। इससे राष्ट्रपति और न्यायपालिका प्रणाली के बीच बढ़ते तनाव का संकेत मिलता है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर अपने पोस्ट में कहा कि कट्टरपंथी वामपंथी न्यायाधीशों द्वारा गैरकानूनी राष्ट्रव्यापी निषेधाज्ञा हमारे देश के विनाश का कारण बन सकती है।