प्रतापगढ़। जिले के परिषदीय स्कूलों के दृष्टिबाधित छात्रों को विशेष टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मैटीरियल) के जरिये पढ़ाया जाएगा। हर दिव्यांग छात्र के लिए दो हजार की धनराशि मुहैया कराई गई है। शासन स्तर से बजट आवंटित होने के बाद विशेष शिक्षण सामग्री खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
समेकित शिक्षा के तहत स्कूलों में पंजीकृत बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। वह बच्चों को रुचि के अनुसार सरल, सुगम और अच्छे पाठ्यक्रम की पढ़ाई कराएंगे। नोडल शिक्षक इसका प्रयोग दिव्यांग बच्चों में उपयुक्त संप्रेषण के तरीके को बढ़ाने और विषय वस्तु को सिखाने में करेंगे। इसके लिए जिले में पंजीकृत दृष्टिबाधित व अल्प दृष्टि बाधित बच्चों को टीचिंग लर्निंग मैटीरियल की खरीद होगी। संवाद
- NAT परीक्षा के बाद जमा की जाने वाली सूचना कक्षा 1 से 3
- NAT परीक्षा के बाद जमा की जाने वाली सूचना कक्षा 4 और 5
- NAT परीक्षा के बाद जमा की जाने वाली सूचना कक्षा 6 से 8
- NAT परीक्षा में प्रश्न पत्र खोलने सम्बन्धी प्रमाण पत्र
- NAT परीक्षा परीक्षार्थी सूची
स्पर्शीय वर्णमाला, शब्द कार्ड समेत अन्य चार्ट होंगे शामिल
जिला समन्वयक समेकित शिक्षा शालिनी मिश्रा ने बताया कि टीचिंग लर्निंग मैटीरियल में विभिन्न प्रकार के चार्ट और मॉडल शामिल रहेंगे। इसके अलावा स्पर्शीय नक्शा, नंबर कार्ड (ब्रेल के साथ), स्पर्शीय वर्णमाला कार्ड, मैग्नेटिक बोर्ड, फ्लैश बोर्ड हिंदी वर्णमाला, शब्द कार्ड, गिनती कार्ड, शब्द- वाक्य चित्र, स्केच पेन, वैक्स रंग भी शामिल रहेंगे। साथ ही फल-सब्जी, परिवहन के साधन, पशु-पक्षी मॉडल, घर, स्कूल, मंदिर, मस्जिद, चर्च व मैचिंग गेम शामिल रहेंगे।
समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जिले में नोडल शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान दिव्यांग बच्चों को उनके घर पर और अन्य बच्चों को स्कूल में शिक्षित किया जाएगा। – भूपेंद्र सिंह, बीएसए ।