, लखनऊ : जुलाई में जब परिषदीय स्कूल दोबारा खुलेंगे तो पहली से तीसरी कक्षा के करीब 45 लाख बच्चों को नई पाठ्यपुस्तकें मिल जाएंगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में इसकी आपूर्ति और वितरण की पूरी तैयारी कर ली है।

ये किताबें एनसीईआरटी के नवीन पाठ्यक्रम पर आधारित हैं, जिन्हें प्रदेश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने तैयार किया है। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में अप्रैल में जब बच्चे स्कूल पहुंचे थे, तब पहली से तीसरी कक्षा तक की किताबें उपलब्ध नहीं थीं। हालांकि कक्षा चार से आठ तक की पुस्तकें अप्रैल में ही भेज दी गई थीं, लेकिन
45 लाख बच्चे पहली से तीसरी कक्षा में
छोटे बच्चों को इंतजार करना पड़ा। अब विभाग ने सभी जिलों में समय रहते पुस्तकें पहुंचा दी हैं, ताकि स्कूल खुलते ही बच्चों को किताबें मिल जाएं।
प्रदेश के 1.32 लाख परिषदीय स्कूलों में करीब दो करोड़ छात्र पढ़ते हैं, जिनमें से पहली से तीसरी तक के 45 लाख बच्चे हैं। इन बच्चों की पढ़ाई अब समय से और बिना किसी बाधा के शुरू हो सकेगी। किताबों की आपूर्ति पर खास निगरानी तंत्र भी सक्रिय किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि किसी भी स्कूल में किताबों की कमी न हो।