लखनऊ, । कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ रहीं छात्राओं से अब हर महीने अनिवार्य रूप से फीडबैक लिया जाएगा। जिलों में टास्क फोर्स का गठन कर विद्यालयों की समय-समय पर जांच भी कराई जाएगी, जिससे छात्राओं को किसी भी तरह की

महानिदेशालय से भी निगरानी की तैयारी
छात्राओं को समस्या न हो, इस पर रहेगा जोर
कोई कठिनाई न हो और उनकी समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके।
राजधानी के केजीबीवी में छात्राओं को परेशान किए जाने का मामला सामने आने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रदेश में 742 केजीबीवी में पढ़ रहीं करीब 80 हजार छात्राओं को कठिनाई न हो इसके लिए समय-समय पर उनसे फीडबैक लिया जाएगा। विद्यालयों में ड्राप बाक्स लगाकर गोपनीय ढंग से वार्डेन, शिक्षक व
स्टाफ के साथ-साथ मिल रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाएगी। उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) डा. मुकेश कुमार सिंह के निर्देश पर सभी केजीबीवी की छात्राओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन जोड़ा गया। केजीबीवी के स्मार्ट बोर्ड की मदद से उनसे संवाद किया गया।